सोलेक्स एनर्जी ने लॉन्च किया 30 साल की परफॉर्मेंस गारंटी वाला भारत का पहला सोलर मॉड्यूल


नई दिल्ली। भारत के सोलर एनर्जी सेक्‍टर की दिग्‍गज कंपनी सोलेक्स एनर्जी लिमिटेड (NSE: SOLEX) ने अपनी अनूठी एन-टाइप टॉपकॉन तकनीक वाले सोलर मॉड्यूल को लॉन्‍च किया है। कंपनी के मुताबिक यह सोलर मॉड्यूल अपनी रेक्टेंगुलर सेल डिज़ाइन के चलते बेहतरीन प्रदर्शन करके बाजार में मौजूद आम सोलर सिस्‍टम्‍स से काफी ज्‍यादा बिजली बनाने में सक्षम हैं। कंपनी इसपर पूरे 12 साल की प्रोडक्ट वारंटी और 30 साल की लीनिअर परफॉर्मेंस गारंटी दे रही है।


8,000 करोड़ रुपये के निवेश से 25 हजार से ज्‍यादा लोगों को मिलेगा रोजगार

कंपनी ने अपनी विज़न 2030 रणनीति के तहत भारत में सोलर एनर्जी की तकनीक को उन्‍नत बनाने के लिए 8,000 करोड़ रुपये से अधिक के भारी-भरकम निवेश की भी घोषणा की है। यह पहल सोलर टेक्नालॉजी को आगे बढ़ाने और ऑपरेशंस को बढ़ा कर देश में सोलर पावर की ओर लोगों के रुझान को बढ़ाने के उद्देश्‍य से की गई है। साथ ही इससे कंपनी खुद को देश के सोलर एनर्जी सेक्‍टर में पूरी तरह से इंटीग्रेटेड और अग्रणी सोलर ब्रांड के साथ के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।


इस महत्वाकांक्षी योजना के हिस्से के रूप में, सोलेक्स 2 गीगावाट की शुरुआती क्षमता वाली एक नई सेल मैन्‍युफैक्‍चरिंग यूनिट तैयार  कर रही है। आगे चलकर इसे 5 गीगावाट तक बढ़ाने की योजना है। इस प्‍लांट से कंपनी की मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 1.5 गीगावाट से बढ़ाकर 15 गीगावाट की जाएगी। इस ग्रोथ के लक्ष्य को पूरा करने के लिये सोलेक्स अपनी वर्कफोर्स में 25,000 से ज्‍यादा नए लोगों को काम पर रखेगी। 


देश में रेक्टेंगुलर सेल-बेस्ड सोलर पैनल लेकर आई कंपनी

कंपनी की भावी योजनाओं को लेकर सोलेक्स एनर्जी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री चेतन शाह ने कहा, "रेक्टेंगुलर सेल वाली एन-टाइप टॉपकॉन तकनीक की शुरुआत के साथ सोलेक्स सोलर एनर्जी को एक नए लेवल पर ले जा रही है। इससे हमारे सोलर मॉड्यूल की दक्षता और विश्वसनीयता काफी बढ़ जागी। विजन 2030 एक पूर्णतः इंटिग्रेटेड सोलर कंपनी बनने की हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण माइल-स्टोन है।"


उन्‍होंने बताया कि विज़न 2030 का एक प्रमुख घटक तापी-आर श्रृंखला (Tapi-R series) का शुभारंभ है। इस श्रृंखला का नाम तापी नदी के नाम पर रखा गया है, जो उस सोलेक्स के हेडक्वार्टर स्थित क्षेत्र में जीवन शक्ति का प्रतीक है और इसके "आर"  रेक्टेंगुलर सेल डिज़ाइन के लिए है,जो बिजली दक्षता और विश्वसनीयता को बढ़ाता है।


टेक्निकल फीचर्स में अव्‍वल हैं नए सोलर पैनल

तापी-आर सीरीज में 182.2 x 210 मिमी का सेल साइज और 132 हाफ-कट सेल शामिल हैं, जो 23.14% मॉड्यूल दक्षता के साथ 625 WP तक पावर जेनरेट करते हैं। यह रेगिस्तान और बंजर भूमि जैसे चुनौतीपूर्ण वातावरण में बड़े पैमाने पर सोलर पावर के लिए लगाए जाने वाले सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है, जिसमें लगभग 80% की बाइफेसिअल रेट और -0.28%/°C का पावर तापमान गुणांक होता है। 


शाह ने कहा, "तापी-आर सीरीज़ के लॉन्च के साथ, हमें इस बात पर गर्व है कि हम ऐसी उन्नत तकनीक वाले मॉड्यूल पेश करने वाले पहले भारतीय मैन्युफैक्चरर हैं। हम हाल ही में यूनाइटेड किंगडम एक्रिडिटेशन सर्विस (UKAS) द्वारा मान्यता प्राप्त बीएसआई काइटमार्क के तहत प्रतिष्ठित MCS 005 सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले पहले भारतीय पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरर बन गए हैं।"


उन्‍होंने कहा कि इस तकनीकी प्रगति के अलावा, सोलेक्स एनर्जी लिमिटेड 2030 तक 500 गीगावॉट नॉन-फॉसिल फ्यूल-आधारित स्थापित बिजली क्षमता हासिल करने के भारत के राष्ट्रीय लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी अपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉंसिबिलिटी (CSR) गतिविधियों के जरिये कंपनी सामुदायिक विकास में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है।



सोलेक्स एनर्जी लिमिटेड के बारे में

सूरत में मुख्यालय, SOLEX एनर्जी 1995 से टिकाऊ ऊर्जा में अग्रणी रही है। NSE इमर्ज (स्टॉक कोड: SOLEX) पर सूचीबद्ध पहले भारतीय सौर ब्रांड के रूप में, SOLEX प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उच्च अंत फोटोवोल्टिक मॉड्यूल का उत्पादन करने और व्यापक ईपीसी की पेशकश के लिए प्रसिद्ध है। गुजरात के ताड़केश्वर में कंपनी की फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता 700 मेगावॉट है और इसमें 800 मेगावॉट की बढ़ोतरी के लिए तेजी से काम चल रहा है। SOLEX के पास घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों और कई देशों में निर्यात के लिए जरूरी तकनीकी प्रमाण पत्र हैं। एक


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