घर के बाहर लोग क्‍यों लटका रहे हैं लाल-नीली बोतलें, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान !


अगर आप किसी जगह जाएं और वहां हर घर के बाहर लाल या नीले रंग के लिक्विड से भरी बोतल लटकी दिखे, तो आप भी हैरान हो जाएंगे। साथ ही मन में यह सवाल भी उठेगा कि लोग आखिय ये बोतलें अपने घर के सामने क्‍यों टांग रहे हैं? 


पंजाब से शुरू हुआ बोतलें टांगने का यह चलन कश्‍मीर में फैलने के बाद अब उत्तर प्रदेश, मध्‍य प्रदेश में भी फैलता जा रहा है। कई शहरों के मोहल्लों में इन दिनों कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। 


रंगीन पानी से भरी बोतलें टांगने की वजह जानकर आप हैरान हो जाएंगे। दरअसल, लोग कुत्‍तों को अपने घर से दूर रखने के लिए यह टोटका अपना रहे हैं। ताकि गलियों के आवारा कुत्‍ते उनके घर के सामने न रहें और गंदगी न करें। 


इस तरह बोतलें टांगने के पीछे अपने घर के आसपास साफ सफाई रखने का उद्देश्य है। लेकिन आखिर लाल रंग के पानी से भरी हुई बोतल का सफाई या गंदगी से क्या लेना देना? इसके पीछे लोगों की अलग-अलग धारणाएं हैं। 


ऐसा मान्यता है कि लाल रंग की तरल पदार्थ से भरी हुई बोतल घर के बाहर रखने से जानवर वहां गंदगी नहीं करते हैं। बस इसी बात को सोचकर किसी ने ये टोटका करना शुरू किया और अब तो जगह जगह लाइन से सैंकड़ों लाल रंग की बोतलें टंगी दिख जाएंगी।


क्‍या इस टोटके का कोई वैज्ञानिक आधार है ? इसका सीधा सा जवाब है, नहीं। इस बात का न कोई वैज्ञानिक आधार है न ही इसकी किसी भी तरह से पुष्टि की गई है कि ऐसा करने से वाकई जानवर उस स्थान पर गंदगी नहीं करते हैं। 


पर, एक बार ये टोटका चल निकला तो फिर सभी देखादेखी ऐसा करने लगे। इस तरह बोतलें टांगने का यह ट्रेंड एक के बाद दूसरे राज्‍यों और शहरों में तेजी से फैलता ही जा रहा है। 


हालांकि अब तक यह स्‍पष्‍ट नहीं हो सकता है कि यह टोटका आखिर कितना असर करता है और क्या वाकई इसे देखकर जानवर वहां टट्टी-पेशाब नहीं करते हैं। लेकिन, ताली और थाली पीटने वाले हमारे देश में भेड़चाल में लोग बहुत आसानी से शामिल हो जाते हैं। इसलिए बोतलें टांगने का यह चलन तेजी से बढ़ता ही जा रहा है।


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